शीतलपुर-एटा में 13 फरवरी 2025 को ‘हमारा आँगन, हमारे बच्चे’ (Hamara Aangan, Hamare Bachche) कार्यशाला का आयोजन। पूर्व-प्राथमिक शिक्षा को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश।
सारांश:
शीतलपुर-एटा के शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। 13 फरवरी 2025 को बीआरसी शीतलपुर में ‘हमारा आँगन, हमारे बच्चे’ कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यशाला का उद्देश्य 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए पूर्व-प्राथमिक शिक्षा (ECCE) को प्रभावी ढंग से लागू करना है। सभी संबंधित शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को इस कार्यशाला में शामिल होने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य बिंदु (Highlights):
- कार्यशाला की तिथि: 13 फरवरी 2025।
- स्थान: बीआरसी शीतलपुर, एटा।
- उद्देश्य: पूर्व-प्राथमिक शिक्षा (ECCE) को प्रभावी ढंग से लागू करना।
- भागीदारी: शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और संबंधित अधिकारी।
- फोकस: 3 से 6 वर्ष के बच्चों की शिक्षा और विकास।
विस्तृत जानकारी:
1. कार्यशाला का उद्देश्य:
‘हमारा आँगन, हमारे बच्चे’ कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पूर्व-प्राथमिक शिक्षा (ECCE) को प्रभावी ढंग से लागू करना है। इसके तहत 3 से 6 वर्ष के बच्चों को गतिविधि-आधारित शिक्षा प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी बुनियादी दक्षताओं का विकास हो सके।
2. कार्यशाला में क्या होगा?
- प्रशिक्षण: शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों के सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- गतिविधियाँ: बच्चों के लिए रोचक और शैक्षणिक गतिविधियों की योजना बनाई जाएगी।
- अनुश्रवण प्रणाली: कार्यक्रम के क्रियान्वयन की निगरानी के लिए एक प्रभावी अनुश्रवण प्रणाली विकसित की जाएगी।
3. कौन भाग लेगा?
- शिक्षक: प्राथमिक स्तर के सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं। (सूची विभागीय whatsapp ग्रुप में उपलब्ध है, डाटा सुरक्षा की दृष्टि से यहाँ सूची प्रकाशित नहीं कर सकते)
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता: शीतलपुर ब्लॉक की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता।
- अधिकारी: बीआरसी, डायट, और जिला स्तरीय अधिकारी।
4. कार्यशाला की तैयारी:
- समय और स्थान: कार्यशाला 13 फरवरी 2025 को सुबह 11:00 बजे बीआरसी शीतलपुर में होगी।
- अनिवार्यता: सभी संबंधित शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को कार्यशाला में उपस्थित होना अनिवार्य है।
क्यों है यह कार्यशाला महत्वपूर्ण?
- बच्चों का विकास: पूर्व-प्राथमिक शिक्षा बच्चों के संज्ञानात्मक, शारीरिक और सामाजिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
- शिक्षकों की भूमिका: शिक्षक और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बच्चों के प्रारंभिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।
- सरकारी पहल: यह कार्यशाला सरकार की ‘हमारा आँगन, हमारे बच्चे’ पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाना है।
शीतलपुर-एटा में आयोजित होने वाली ‘हमारा आँगन, हमारे बच्चे’ कार्यशाला शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक बेहतरीन अवसर है। इस कार्यशाला के माध्यम से बच्चों की शिक्षा और विकास को नई दिशा मिलेगी। सभी संबंधित शिक्षकों और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वे इस कार्यशाला में पूर्ण मनोयोग से भाग लें।
“बच्चों का बेहतर भविष्य बनाने की दिशा में यह कार्यशाला एक महत्वपूर्ण कदम है।”
