उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन शिक्षकों के पारस्परिक स्थानान्तरण के सम्बन्ध में शासनादेश जारी | Teacher Transfer Policy Uttar Pradesh | Mutual Transfer Policy
उत्तर प्रदेश में शिक्षकों के अंतः जनपदीय स्थानांतरण के लिए नई नीति लागू की गई है। जानिए इस नीति की प्रक्रिया, पात्रता, आवेदन, और अन्य महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश। | Teacher Transfer Policy Uttar Pradesh | Mutual Transfer Policy
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने शिक्षकों के लिए अंतः जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण की नई प्रक्रिया लागू की है। इस नीति का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की तैनाती में पारदर्शिता लाना और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। यह प्रक्रिया सरल, स्पष्ट और डिजिटल रूप से संचालित होगी। इसके अंतर्गत शिक्षकों को एक सुव्यवस्थित और पारदर्शी प्रणाली के माध्यम से अपने स्थानांतरण की सुविधा मिलेगी। इस नीति का क्रियान्वयन राज्य सरकार के शिक्षा क्षेत्र में सुधार के व्यापक उद्देश्य का हिस्सा है।
मुख्य दिशानिर्देश और प्रक्रिया
1. स्थानांतरण प्रक्रिया का संचालन
- स्थानांतरण प्रक्रिया को जिला स्तर पर गठित एक समिति द्वारा संपन्न किया जाएगा। समिति में निम्नलिखित सदस्य शामिल होंगे:
- प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (अध्यक्ष): जो प्रक्रिया की समग्र निगरानी करेंगे।
- जिला विद्यालय निरीक्षक (सदस्य): प्रक्रिया के निष्पादन में सहायता करेंगे।
- जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (सदस्य/सचिव): समिति के सचिव के रूप में कार्य करेंगे।
- वित्त एवं लेखाधिकारी (सदस्य): वित्तीय सत्यापन और प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करेंगे।
2. स्थानांतरण का समय
- स्थानांतरण केवल दो बार होगा:
- ग्रीष्म अवकाश के दौरान।
- शीत अवकाश के दौरान।
- शैक्षिक सत्र के दौरान स्थानांतरण नहीं किया जाएगा ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो।
3. प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्थानांतरण
- प्राथमिक विद्यालय: शिक्षकों का विषयवार वर्गीकरण लागू नहीं है, इसलिए यहाँ विषय आधारित बाध्यता नहीं होगी।
- उच्च प्राथमिक विद्यालय: इन विद्यालयों में शिक्षकों का स्थानांतरण समान विषय और समान पद के बीच ही होगा, क्योंकि यहाँ विषयवार वर्गीकरण लागू है।
4. पात्रता मानदंड
- केवल निम्नलिखित श्रेणियों के शिक्षकों के लिए स्थानांतरण मान्य होगा:
- प्रधानाध्यापक (प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय)।
- सहायक अध्यापक (प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय)।
- स्थानांतरण ग्रामीण सेवा संवर्ग और नगर सेवा संवर्ग के भीतर ही किया जाएगा। स्थानांतरण नीति में यह सुनिश्चित किया गया है कि शिक्षक अपनी सेवाओं को अधिकतम प्रभावी रूप से प्रदान कर सकें।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
1. आवेदन का तरीका
- शिक्षकों को एनआईसी द्वारा विकसित ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा।
- मैनुअल आवेदन की अनुमति नहीं होगी। यह प्रणाली आवेदन प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति सुनिश्चित करेगी।
2. सत्यापन और सिफारिश
- शिक्षकों द्वारा भरे गए आवेदन का सत्यापन संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा किया जाएगा।
- सत्यापन के बाद जिला स्तर पर गठित समिति आवेदन पर सिफारिश करेगी। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता का पालन होगा।
3. शपथ पत्र की आवश्यकता
- शिक्षकों को यह शपथ पत्र देना होगा कि उनके खिलाफ कोई विभागीय जांच लंबित नहीं है। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि केवल योग्य और ईमानदार शिक्षकों को स्थानांतरण का लाभ मिले।
4. पारदर्शिता
- स्थानांतरण प्रक्रिया की पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए शिक्षकों के आवेदन विवरण पोर्टल पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
- यह प्रक्रिया शिक्षकों को आपसी संवाद और सूचित निर्णय लेने में सहायता करेगी।
अन्य महत्वपूर्ण प्रावधान
- स्थानांतरण आदेश जारी होने के बाद आवेदन वापस नहीं लिया जा सकेगा।
- स्थानांतरण आदेश जारी होने के 7 दिनों के भीतर नए कार्यस्थल पर कार्यभार ग्रहण करना अनिवार्य होगा।
- आवेदन में गलत जानकारी देने के लिए शिक्षक स्वयं जिम्मेदार होंगे।
- विवाद की स्थिति में निर्णय लेने का अंतिम अधिकार महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) को होगा।
यह नई स्थानांतरण नीति शिक्षकों के लिए पारदर्शिता, समान अवसर और तैनाती में सहूलियत प्रदान करती है। इससे न केवल शिक्षकों के पेशेवर जीवन में सुधार होगा बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी। डिजिटल प्रणाली का उपयोग प्रक्रिया को सरल, तेज और निष्पक्ष बनाता है। यह नीति उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो शिक्षा में सुधार और शिक्षकों के लिए बेहतर कार्य परिस्थितियाँ प्रदान करने की दिशा में कार्य करेगा।
यह सुनिश्चित करता है कि शिक्षा का स्तर निरंतर उन्नत हो और प्रत्येक शिक्षक अपनी सेवाओं को सुचारू रूप से प्रदान कर सके। इस प्रक्रिया का डिजिटलीकरण और समयबद्ध कार्यान्वयन शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
हमने उपरोक्त विवरण आपकी सहायता के लिए सरल और सहज तरीके से प्रस्तुत किया है, ताकि आप इस नई स्थानांतरण नीति को आसानी से समझ सकें। हालांकि, कृपया ध्यान रखें कि यह जानकारी सामान्य मार्गदर्शन के रूप में दी गई है। स्थानांतरण से संबंधित अधिकारिक और अंतिम जानकारी के लिए कृपया संबंधित विभागीय आदेशों का पालन करें, जो अधिकृत और मान्य माने जाएंगे।
आपकी सुविधा के लिए यह जानकारी प्रदान की गई है, लेकिन किसी भी प्रकार की त्रुटि या अस्पष्टता के लिए विभागीय आदेश ही सर्वोपरि होंगे।
धन्यवाद!





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