Chhote Bachcho ke Liye kahani: Emotional Father’s Diary Gift Story | पिता और बेटे की भावनात्मक कहानी

एक पिता अपने बेटे को डायरी देते हुएतोहफे की असली कीमत समझाने वाली कहानी

Chhote Bachcho ke Liye kahani: जानिए कैसे एक पिता की डायरी और गुप्त कार चाबी ने सिर्फ गिफ्ट नहीं, बल्कि गहरा प्यार दिया। छोटी चीजों में छिपा बड़ा प्यार ।

राहुल बहुत अमीर आदमी था। उसका बेटा, अर्जुन, कॉलेज से पास होने वाला था। अर्जुन महीनों से अपने पिता से नई कार माँग रहा था। उसे पता था कि उसके पिता के पास बहुत पैसा है।

जब पास होने का दिन आया, तो राहुल ने अर्जुन को अपने कमरे में बुलाया। राहुल ने अर्जुन को एक लपेटा हुआ तोहफा दिया और उसकी सफलता पर बधाई दी।

अर्जुन ने उत्सुकता से तोहफा खोला। अंदर एक सुंदर डायरी थी, जिस पर उसका नाम लिखा हुआ था। अर्जुन को बहुत गुस्सा आया। उसने डायरी फेंक दी और गुस्से में कमरे से बाहर चला गया।

उस दिन के बाद अर्जुन ने अपने पिता से बात नहीं की। वह खुद एक सफल आदमी बन गया। उसके पास पैसा, घर और परिवार सब कुछ था। एक दिन उसे याद आया कि उसके पिता अब बूढ़े हो गए हैं। उसने सोचा कि अब पुरानी बातें भूल जानी चाहिए।

तभी उसे खबर मिली कि उसके पिता का निधन हो गया है। अर्जुन को घर जाकर पिता की चीजों को संभालना था।

जब अर्जुन अपने पिता के कमरे में गया, तो उसे वही पुरानी डायरी दिखाई दी। उसने डायरी खोली और पन्ने पलटने लगा। तभी डायरी से एक कार की चाबी गिरी।

चाबी पर एक नोट लगा था: “कार तुम्हारी है। जहाँ भी जाओ, अपनी यात्रा के बारे में इस डायरी में लिखो। तुम्हारा पिता।”

अर्जुन की आँखों में आँसू आ गए। उसे एहसास हुआ कि उसके पिता ने उसे सिर्फ कार नहीं, बल्कि अपनी यादों को संजोने का तरीका दिया था।

सीख:
हमें हमेशा दूसरों के दिए गए तोहफों की कदर करनी चाहिए। कई बार छोटी चीजों में बड़ा प्यार छुपा होता है।

बच्चों के लिए 2 सरल प्रश्न:

  1. अर्जुन को पिता ने पहले क्या तोहफा दिया था?
  2. डायरी में से क्या निकला?

क्रियाकलाप:

  1. बच्चे पिता और बेटे का चित्र बनाएँ।
  2. “धन्यवाद” बोलने का अभ्यास कराएँ।
  3. बच्चों से पूछें: “तुम्हें सबसे अच्छा तोहफा क्या मिला है?”
  4. “प्यार” और “सम्मान” पर चर्चा करें।
  5. बच्चों को अपने परिवार के लिए एक छोटा सा तोहफा बनाने को कहें।

यह कहानी बच्चों को सिखाती है कि प्यार और सम्मान सबसे बड़ा तोहफा होता है। 😊

By SARIKA

My name is SARIKA. I have completed B.Ed and D.El.Ed. I am passionate about teaching and writing. Driven by this interest, I am associated with the Basic Shiksha Portal. My goal is to contribute to the field of education and provide helpful resources for children's development.

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