Escort Allowance Scheme: परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चों को हर माह 600 रुपये की आर्थिक सहायता

एस्कॉर्ट अलाउंस योजना के तहत यूपी सरकार दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई में ₹600 प्रतिमाह सहायता देगी।एस्कॉर्ट अलाउंस योजना के तहत यूपी सरकार दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई में ₹600 प्रतिमाह सहायता देगी।

Escort Allowance Scheme: ₹600 Monthly Assistance to Disabled Students in UP Govt Schools

खबर का सारांश

उत्तर प्रदेश सरकार ने परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों के लिए ‘एस्कॉर्ट अलाउंस योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत कक्षा 1 से 8 तक के वे बच्चे जो अकेले स्कूल नहीं आ सकते, उन्हें हर महीने ₹600 की सहायता दी जाएगी। यह सहायता उनके सहायक (escort) की व्यवस्था के लिए होगी। योजना का लाभ पारदर्शी तरीके से ‘प्रेरणा’ और ‘समर्थ’ पोर्टल के माध्यम से दिया जाएगा। 30 सितंबर तक पात्र बच्चों की पहचान और प्रक्रिया पूरी की जाएगी। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी दिव्यांग बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।


📌 विस्तार से खबर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत गंभीर और बहु-दिव्यांग बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य सरकार ने ‘एस्कॉर्ट अलाउंस योजना’ के तहत कक्षा 1 से 8 तक के ऐसे बच्चों को हर महीने ₹600 की आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है, जो स्वयं स्कूल नहीं आ सकते।

इस योजना का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ना और उनके लिए स्कूल आना-जाना आसान बनाना है। इस योजना से लगभग 13,991 बच्चों को लाभ मिलेगा। कुल 8.39 करोड़ रुपये की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे बच्चों के बैंक खातों में भेजी जाएगी।

बौद्धिक दिव्यांगता, सेरेब्रल पाल्सी और अन्य गंभीर दिव्यांगता से पीड़ित बच्चों को 10 महीनों तक यह सहायता दी जाएगी। पात्रता की जांच ‘प्रेरणा’ और ‘समर्थ’ पोर्टल पर की जाएगी। 40 प्रतिशत या उससे अधिक दिव्यांगता प्रमाणपत्र और नियमित उपस्थिति अनिवार्य होगी।

प्रधानाध्यापक पात्र बच्चों की सूची बनाएंगे, खंड शिक्षा अधिकारी दस्तावेजों का सत्यापन करेंगे और अंतिम स्वीकृति जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देंगे। सरकार ने 30 सितंबर तक इस पूरी प्रक्रिया को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इसके अतिरिक्त, दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष शिक्षकों की नियुक्ति और स्कूलों में रैंप निर्माण भी तेज़ी से किया जा रहा है।


📌 मुख्य बिंदु (Highlights):

  1. परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले गंभीर दिव्यांग बच्चों को हर माह ₹600 की आर्थिक मदद।
  2. 13,991 बच्चों को DBT के माध्यम से ₹8.39 करोड़ की सहायता।
  3. ‘प्रेरणा’ और ‘समर्थ’ पोर्टल के माध्यम से पात्रता की पुष्टि।
  4. 40% या उससे अधिक दिव्यांगता प्रमाण पत्र और नियमित उपस्थिति अनिवार्य।
  5. 30 सितंबर 2025 तक बच्चों की पहचान और प्रक्रिया पूरी होगी।

By Rajendra Singh

Rajendra Singh Computer Teacher | Educational Writerमैं, राजेन्द्र सिंह, ने B.Tech की डिग्री प्राप्त की है और वर्तमान में एक कंप्यूटर शिक्षक के रूप में कार्यरत हूं। मुझे शिक्षा के क्षेत्र में गहरी रुचि है, और मैं हमेशा छात्रों को कंप्यूटर विज्ञान के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराता हूं। इसके साथ ही, मुझे शैक्षिक लेखन बहुत पसंद है, और मैं अपने विचारों को लेखों के माध्यम से साझा करता हूं। मेरा उद्देश्य है कि मैं अपने लेखन के जरिए शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाऊं और छात्रों को नवीनतम शैक्षिक रुझानों से जोड़ सकूं।

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