The Ant and the Grasshopper story: A Lesson on Hard Work | चींटी और टिड्डा: मेहनत का महत्व
चींटी और टिड्डा की कहानी (The Ant and the Grasshopper story) सिखाती है कि मेहनत करने वाले ही सर्दियों का आनंद लेते हैं। यह कहानी बच्चों और बड़ों के लिए प्रेरक है।

चींटी और टिड्डा: मेहनत का महत्व
गर्मियों के एक दिन, हरे-भरे खेत में एक टिड्डा खुशी-खुशी कूद रहा था और गा रहा था। उसी समय, एक चींटी वहाँ से गुजरी। वह बड़ी मेहनत से अपने घोंसले के लिए अनाज का एक दाना ले जा रही थी।
टिड्डे ने चींटी से कहा,
“मेरे साथ बैठकर कुछ समय आराम क्यों नहीं करती? अपनी जिंदगी यूं मेहनत करके क्यों खराब कर रही हो?”
चींटी ने जवाब दिया,
“मैं सर्दियों के लिए खाना जमा कर रही हूँ। तुम्हें भी यही करना चाहिए।”
टिड्डे ने हंसते हुए कहा,
“सर्दियों की चिंता क्यों करें? अभी तो हमारे पास खाने के लिए बहुत कुछ है।”
लेकिन चींटी उसकी बातों को नजरअंदाज करते हुए अपने काम में जुटी रही।
सर्दी का समय
सर्दियों के आते ही टिड्डा भूख से तड़पने लगा। उसने देखा कि चींटियाँ अपने घोंसले से अनाज निकाल-निकालकर खा रही थीं। उन्होंने गर्मियों में जो मेहनत की थी, उसका फल अब सर्दियों में मिल रहा था।
तब टिड्डे को समझ आया कि उसने गर्मियों में मेहनत क्यों नहीं की।
सीख
“आज मेहनत करो और कल का आनंद लो!”