Hindi Kids Story: रस्सी की एक प्रेरक कहानी
यह प्रेरक कहानी हमें सिखाती है कि कठिन समय में विश्वास और आस्था कितनी महत्वपूर्ण होती है। जानिए कैसे एक आदमी ने अपनी जिंदगी बचाई। Hindi Kids Story
रस्सी: एक सरल और प्रेरक कहानी
एक बार एक आदमी पहाड़ पर चढ़ाई कर रहा था। यह रात का समय था, और आसमान में गहरे बादल छाए हुए थे। चांद और तारे छिप गए थे, जिससे चारों ओर घना अंधकार फैल गया था। वह कुछ भी नहीं देख पा रहा था।
जब वह पहाड़ की चोटी के करीब पहुँचने ही वाला था, अचानक उसका पैर फिसल गया। वह तेज़ी से नीचे गिरने लगा। गिरते हुए, उसे महसूस हुआ जैसे गुरुत्वाकर्षण उसे खींच रहा हो। उसे सिर्फ काले धब्बे ही दिख रहे थे और मन में भयानक डर बैठ गया था। तभी उसकी कमर से बंधी रस्सी ने उसे रोक लिया। वह हवा में लटक गया।
डर और असहायता के उस क्षण में, उसने चिल्लाकर भगवान को पुकारा, “भगवान, मेरी मदद करो!”
अचानक, आसमान से एक गहरी आवाज आई, “मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ। क्या तुम मुझ पर विश्वास करते हो?”
आदमी ने जवाब दिया, “हाँ, भगवान, मैं आप पर पूरा विश्वास करता हूँ।”
भगवान ने कहा, “अगर तुम मुझ पर विश्वास करते हो, तो रस्सी को काट दो।”
आदमी चौंक गया। उसने सोचा, “अगर मैंने रस्सी काट दी तो मैं निश्चित रूप से गिर जाऊंगा। यह तो आत्महत्या जैसा है।” उसने भगवान की बात पर संदेह किया और रस्सी को और मजबूती से पकड़ लिया।
अगले दिन सुबह, बचाव दल वहाँ पहुँचा। उन्होंने देखा कि आदमी रस्सी से लटका हुआ था और ठंड से जम चुका था। लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि वह जमीन से सिर्फ एक फुट ऊपर था।
क्या हम अपनी रस्सियों से बहुत अधिक चिपके हुए हैं?
हमारी “रस्सियाँ” हमारे डर, संदेह, और उन चीजों का प्रतीक हो सकती हैं जिन पर हम अत्यधिक निर्भर रहते हैं। कई बार, भगवान या जीवन हमें ऐसी सलाह देता है जो हमारे लिए अजीब या असंभव लग सकती है। लेकिन असली विश्वास वही है जब हम उन चीजों को छोड़ने की हिम्मत करते हैं जो हमें रोकती हैं।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि भगवान पर विश्वास रखो, और उनकी बातों को सुनने और अपनाने की हिम्मत करो, चाहे वह कितनी भी कठिन क्यों न लगे। कभी-कभी, रस्सी को छोड़ना ही सही रास्ता हो सकता है।
