Simple Interest: नवोदय Online Class 28, विषय -अंकगणित परीक्षण में आज पढ़िए -साधारण ब्याज पर आधारित प्रश्न

Simple Interest Formula - प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्णSimple Interest: साधारण ब्याज का सरल फॉर्मूला और परीक्षा में पूछे गए प्रश्न

आज का विषय: साधारण ब्याज (Simple Interest); साधारण ब्याज के सरल सूत्र, परिभाषा, और प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों को हल करने के आसान तरीके जानें।

साधारण ब्याज (Simple Interest) क्या है?

साधारण ब्याज एक ऐसा ब्याज है जो केवल मूलधन (Principal) पर दिया या लिया जाता है। इसका उपयोग अधिकतर ऋणों, बैंक जमा, और छोटे वित्तीय लेन-देन में किया जाता है। साधारण ब्याज के लिए निम्नलिखित तीन घटक महत्वपूर्ण हैं:

  1. मूलधन (Principal – P): वह राशि जो उधार ली या दी जाती है।
  2. दर (Rate of Interest – R): ब्याज की वार्षिक दर प्रतिशत में।
  3. समय (Time – T): वह अवधि जिसके लिए ब्याज गणना की जाती है।

साधारण ब्याज का सूत्र:

साधारण ब्याज (SI) का गणना सूत्र है:
SI = (P × R × T) / 100

जहाँ,

  • SI = साधारण ब्याज
  • P = मूलधन
  • R = ब्याज दर
  • T = समय (साल में)

उदाहरण:

मान लीजिए कि आपने ₹10,000 का ऋण 2 वर्षों के लिए 5% वार्षिक ब्याज दर पर लिया। साधारण ब्याज की गणना इस प्रकार होगी:
SI = (P × R × T) / 100 = (10000 × 5 × 2) / 100 = ₹1000
तो, आपको 2 साल में ₹1000 का ब्याज चुकाना होगा।

साधारण ब्याज के फायदे:

  1. यह गणना में सरल और सीधा होता है।
  2. छोटे समय के वित्तीय लेन-देन के लिए उपयुक्त।
  3. इससे उधार लेने वाले और देने वाले दोनों के लिए पारदर्शिता रहती है।

साधारण ब्याज के उपयोग:

  1. बैंक जमा में ब्याज की गणना।
  2. व्यक्तिगत ऋण और कर्ज की गणना।
  3. कृषि और व्यापार ऋणों में।

साधारण ब्याज पर आधारित 10 प्रश्न (उत्तर सहित):

प्रश्न 1: ₹5,000 का ऋण 2 वर्षों के लिए 6% वार्षिक ब्याज दर पर लिया गया। ब्याज की गणना करें।
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100 = (5000 × 6 × 2) / 100 = ₹600

प्रश्न 2: ₹12,000 का ब्याज 3 वर्षों में 8% की दर पर क्या होगा?
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100 = (12000 × 8 × 3) / 100 = ₹2,880

प्रश्न 3: यदि ₹10,000 पर 2 वर्षों में ₹1,200 ब्याज प्राप्त हुआ हो, तो ब्याज की दर क्या होगी?
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100
=> 1200 = (10000 × R × 2) / 100
=> R = (1200 × 100) / (10000 × 2) = 6%

प्रश्न 4: ₹15,000 का ब्याज 5 वर्षों में 10% की दर से क्या होगा?
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100 = (15000 × 10 × 5) / 100 = ₹7,500

प्रश्न 5: ₹8,000 पर 2 वर्षों के लिए 7.5% ब्याज दर पर ब्याज निकालें।
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100 = (8000 × 7.5 × 2) / 100 = ₹1,200

प्रश्न 6: एक व्यक्ति को ₹25,000 पर 4 वर्षों के लिए 9% की दर से ब्याज मिला। कुल ब्याज क्या होगा?
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100 = (25000 × 9 × 4) / 100 = ₹9,000

प्रश्न 7: किसी ने ₹20,000 का ऋण 3 वर्षों के लिए 5% की दर से लिया। कुल राशि क्या होगी?
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100 = (20000 × 5 × 3) / 100 = ₹3,000
कुल राशि = मूलधन + ब्याज = ₹20,000 + ₹3,000 = ₹23,000

प्रश्न 8: ₹18,000 का ब्याज 6% वार्षिक दर से 2.5 वर्षों में क्या होगा?
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100 = (18000 × 6 × 2.5) / 100 = ₹2,700

प्रश्न 9: यदि ब्याज दर 8% है और 2 वर्षों में ब्याज ₹960 है, तो मूलधन क्या होगा?
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100
=> 960 = (P × 8 × 2) / 100
=> P = (960 × 100) / (8 × 2) = ₹6,000

प्रश्न 10: ₹5,000 पर 4 वर्षों के लिए 5% की दर से साधारण ब्याज और कुल राशि निकालें।
उत्तर:
SI = (P × R × T) / 100 = (5000 × 5 × 4) / 100 = ₹1,000
कुल राशि = मूलधन + ब्याज = ₹5,000 + ₹1,000 = ₹6,000


आज की वीडियो में शामिल विषय:

इस नवोदय Online Class में निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की गई है:

  1. साधारण ब्याज की परिभाषा:
    • साधारण ब्याज को सरल और व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से समझाया गया है।
  2. साधारण ब्याज का सूत्र:
    • इसे विस्तार से समझाने के साथ-साथ प्रश्नों पर इसका अनुप्रयोग भी दिखाया गया है।
  3. विगत वर्षों के प्रश्न:
    • परीक्षा में पूछे गए महत्वपूर्ण प्रश्नों को हल करके दिखाया गया है।
    • प्रश्नों के साथ सही रणनीति और ट्रिक्स का उपयोग बताया गया है।
  4. तेज़ गणना के टिप्स:
    • साधारण ब्याज के प्रश्नों को तेज़ी और सटीकता से हल करने के लिए उपयोगी टिप्स दिए गए हैं।

वीडियो का महत्व:

यह वीडियो प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे नवोदय, एनडीए, एसएससी, बैंकिंग, और अन्य परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।

  • परीक्षा में अक्सर साधारण ब्याज से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।
  • वीडियो में ट्रिक्स और शॉर्टकट्स के माध्यम से समय बचाने की रणनीतियों को समझाया गया है।
  • विगत वर्षों के प्रश्नों के हल से यह समझने में मदद मिलती है कि किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।

साधारण ब्याज गणना में सरल होने के कारण छात्रों और दैनिक जीवन में इसे आसानी से समझा जा सकता है। यह वित्तीय लेन-देन को पारदर्शी बनाता है। यदि इसे ध्यानपूर्वक समझा जाए, तो आप अपनी बचत और निवेश के निर्णय बेहतर ढंग से ले सकते हैं।

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