विश्व के प्रमुख पर्वत (Major Mountains of the World)

#
Major Mountains of the World, including Mount Everest, K2, Kangchenjunga, and other peaks"Major Mountains of the World and Their Importance

विश्व के प्रमुख पर्वत (Major Mountains of the World) न केवल प्राकृतिक सुंदरता के प्रतीक हैं, बल्कि ये पृथ्वी के भूगोल, जलवायु और मानव सभ्यता के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये पर्वत (mountains) न केवल ऊँचाई और आकार में भिन्न हैं, बल्कि इनका ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक महत्व भी है। इस लेख में हम विश्व के प्रमुख पर्वतों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और उनके महत्व को समझेंगे।

1. माउंट एवरेस्ट (Mount Everest)

माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) दुनिया की सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,848.86 मीटर (29,031.7 फीट) है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) में नेपाल और तिब्बत (चीन) की सीमा पर स्थित है। एवरेस्ट को “सागरमाथा” (नेपाल में) और “चोमोलुंगमा” (तिब्बत में) के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्वत (mountain) पर्वतारोहियों (mountaineers) के लिए सबसे बड़ी चुनौती माना जाता है।

2. के2 (K2)

के2 (K2) दुनिया की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,611 मीटर (28,251 फीट) है। यह कराकोरम पर्वत श्रृंखला (Karakoram mountain range) में पाकिस्तान और चीन की सीमा पर स्थित है। के2 को “सवाग्रा” (Savage Mountain) के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह चढ़ाई के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।

3. कंचनजंगा (Kangchenjunga)

कंचनजंगा (Kangchenjunga) दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,586 मीटर (28,169 फीट) है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) में नेपाल और भारत (सिक्किम) की सीमा पर स्थित है। कंचनजंगा का अर्थ है “पाँच बर्फीले खजाने,” जो इसकी पाँच चोटियों को दर्शाता है।

4. ल्होत्से (Lhotse)

ल्होत्से (Lhotse) दुनिया की चौथी सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,516 मीटर (27,940 फीट) है। यह माउंट एवरेस्ट के बहुत करीब स्थित है और हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) का हिस्सा है। ल्होत्से को “दक्षिणी शिखर” के नाम से भी जाना जाता है।

5. मकालू (Makalu)

मकालू (Makalu) दुनिया की पाँचवीं सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,485 मीटर (27,838 फीट) है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) में नेपाल और तिब्बत (चीन) की सीमा पर स्थित है। मकालू अपने पिरामिड आकार के लिए प्रसिद्ध है।

6. चो ओयू (Cho Oyu)

चो ओयू (Cho Oyu) दुनिया की छठी सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,188 मीटर (26,864 फीट) है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) में नेपाल और तिब्बत (चीन) की सीमा पर स्थित है। चो ओयू को “टर्कोइज गॉडडेस” (Turquoise Goddess) के नाम से भी जाना जाता है।

7. धौलागिरी (Dhaulagiri)

धौलागिरी (Dhaulagiri) दुनिया की सातवीं सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,167 मीटर (26,795 फीट) है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) में नेपाल में स्थित है। धौलागिरी का अर्थ है “सफेद पर्वत” (White Mountain)।

8. मनास्लु (Manaslu)

मनास्लु (Manaslu) दुनिया की आठवीं सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,163 मीटर (26,781 फीट) है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) में नेपाल में स्थित है। मनास्लु को “पर्वतों की रानी” (Queen of Mountains) के नाम से भी जाना जाता है।

9. नंगा परबत (Nanga Parbat)

नंगा परबत (Nanga Parbat) दुनिया की नौवीं सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,126 मीटर (26,660 फीट) है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) में पाकिस्तान में स्थित है। नंगा परबत को “किलर माउंटेन” (Killer Mountain) के नाम से भी जाना जाता है।

10. अन्नपूर्णा (Annapurna)

अन्नपूर्णा (Annapurna) दुनिया की दसवीं सबसे ऊँची चोटी है, जिसकी ऊँचाई 8,091 मीटर (26,545 फीट) है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalayan mountain range) में नेपाल में स्थित है। अन्नपूर्णा को “फुल ऑफ फूड” (Full of Food) के नाम से भी जाना जाता है।

पर्वतों का महत्व (Importance of Mountains)

पर्वत (mountains) न केवल प्राकृतिक सुंदरता के प्रतीक हैं, बल्कि ये पृथ्वी के जलवायु (climate), जल संसाधन (water resources) और जैव विविधता (biodiversity) को भी प्रभावित करते हैं। ये पर्वत नदियों (rivers) का स्रोत होते हैं और कृषि (agriculture), पर्यटन (tourism) और ऊर्जा उत्पादन (energy production) के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, पर्वत सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व (cultural and religious significance) भी रखते हैं।

विश्व के प्रमुख पर्वत (Major Mountains of the World) न केवल प्राकृतिक आश्चर्य हैं, बल्कि ये मानव सभ्यता और पर्यावरण के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन पर्वतों की ऊँचाई, सुंदरता और चुनौतियाँ उन्हें विशेष बनाती हैं। इन पर्वतों के बारे में जानकर हम प्रकृति की महानता और उसके संरक्षण (conservation) के महत्व को समझ सकते हैं।


कक्षा-1 से कक्षा-12 तक के लिए प्रश्न-उत्तर

कक्षा-1 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: दुनिया की सबसे ऊँची चोटी कौन सी है?
    उत्तर: माउंट एवरेस्ट।
  2. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट कहाँ स्थित है?
    उत्तर: नेपाल और तिब्बत की सीमा पर।
  3. प्रश्न: पर्वतों पर क्या होता है?
    उत्तर: बर्फ और बड़े-बड़े पत्थर।
  4. प्रश्न: के2 किस देश में है?
    उत्तर: पाकिस्तान और चीन की सीमा पर।
  5. प्रश्न: पर्वत क्यों महत्वपूर्ण हैं?
    उत्तर: क्योंकि वे पानी और हवा को साफ करते हैं।

कक्षा-2 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई कितनी है?
    उत्तर: 8,848.86 मीटर।
  2. प्रश्न: के2 को क्या कहा जाता है?
    उत्तर: सवाग्रा (Savage Mountain)।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा कहाँ स्थित है?
    उत्तर: नेपाल और भारत (सिक्किम) की सीमा पर।
  4. प्रश्न: पर्वतों पर कौन रहता है?
    उत्तर: कुछ लोग और जानवर।
  5. प्रश्न: अन्नपूर्णा किस देश में है?
    उत्तर: नेपाल।

कक्षा-3 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट को नेपाल में क्या कहा जाता है?
    उत्तर: सागरमाथा।
  2. प्रश्न: के2 की ऊँचाई कितनी है?
    उत्तर: 8,611 मीटर।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा का अर्थ क्या है?
    उत्तर: पाँच बर्फीले खजाने।
  4. प्रश्न: धौलागिरी कहाँ स्थित है?
    उत्तर: नेपाल में।
  5. प्रश्न: पर्वतों से क्या नदियाँ निकलती हैं?
    उत्तर: गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र।

कक्षा-4 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाला पहला व्यक्ति कौन था?
    उत्तर: एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नोर्गे।
  2. प्रश्न: के2 किस पर्वत श्रृंखला में है?
    उत्तर: कराकोरम पर्वत श्रृंखला।
  3. प्रश्न: ल्होत्से कहाँ स्थित है?
    उत्तर: हिमालय पर्वत श्रृंखला में।
  4. प्रश्न: मकालू की ऊँचाई कितनी है?
    उत्तर: 8,485 मीटर।
  5. प्रश्न: पर्वतों का क्या महत्व है?
    उत्तर: ये नदियों का स्रोत हैं और जलवायु को नियंत्रित करते हैं।

कक्षा-5 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट किस महाद्वीप में है?
    उत्तर: एशिया।
  2. प्रश्न: के2 को सवाग्रा क्यों कहा जाता है?
    उत्तर: क्योंकि यह चढ़ाई के लिए बेहद खतरनाक है।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा की ऊँचाई कितनी है?
    उत्तर: 8,586 मीटर।
  4. प्रश्न: चो ओयू कहाँ स्थित है?
    उत्तर: नेपाल और तिब्बत की सीमा पर।
  5. प्रश्न: पर्वतों से क्या संसाधन मिलते हैं?
    उत्तर: खनिज, लकड़ी, और जल।

कक्षा-6 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट किस देश में स्थित है?
    उत्तर: नेपाल और तिब्बत (चीन)।
  2. प्रश्न: के2 की चढ़ाई कितनी मुश्किल है?
    उत्तर: यह दुनिया की सबसे कठिन चढ़ाई मानी जाती है।
  3. प्रश्न: धौलागिरी का अर्थ क्या है?
    उत्तर: सफेद पर्वत।
  4. प्रश्न: मनास्लु कहाँ स्थित है?
    उत्तर: नेपाल में।
  5. प्रश्न: पर्वतों का जलवायु पर क्या प्रभाव है?
    उत्तर: ये मौसम को नियंत्रित करते हैं।

कक्षा-7 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट की चोटी पर कितनी ऑक्सीजन होती है?
    उत्तर: बहुत कम, लगभग 33%।
  2. प्रश्न: के2 पर चढ़ने वाला पहला व्यक्ति कौन था?
    उत्तर: अचिले कॉम्पैग्नोनी और लिनो लेसेडेली।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा की पाँच चोटियाँ क्या दर्शाती हैं?
    उत्तर: पाँच बर्फीले खजाने।
  4. प्रश्न: नंगा परबत को किलर माउंटेन क्यों कहा जाता है?
    उत्तर: क्योंकि यह चढ़ाई के लिए बेहद खतरनाक है।
  5. प्रश्न: पर्वतों का सांस्कृतिक महत्व क्या है?
    उत्तर: ये धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल होते हैं।

कक्षा-8 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने में कितना समय लगता है?
    उत्तर: लगभग 2 महीने।
  2. प्रश्न: के2 की चढ़ाई में कितने लोग मारे गए हैं?
    उत्तर: लगभग 80 लोग।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा पर चढ़ने वाला पहला व्यक्ति कौन था?
    उत्तर: जो ब्राउन और जॉर्ज बैंड।
  4. प्रश्न: धौलागिरी पर चढ़ने वाला पहला व्यक्ति कौन था?
    उत्तर: कर्ट डिम्बर्गर और अन्य।
  5. प्रश्न: पर्वतों का पर्यावरणीय महत्व क्या है?
    उत्तर: ये जलवायु को नियंत्रित करते हैं और जैव विविधता को बनाए रखते हैं।

कक्षा-9 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई कैसे मापी जाती है?
    उत्तर: GPS और सर्वेक्षण के माध्यम से।
  2. प्रश्न: के2 की चढ़ाई क्यों मुश्किल है?
    उत्तर: क्योंकि यहाँ तेज हवाएँ और खराब मौसम होता है।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा की चोटियाँ क्या दर्शाती हैं?
    उत्तर: ये पाँच बर्फीले खजाने दर्शाती हैं।
  4. प्रश्न: नंगा परबत की ऊँचाई कितनी है?
    उत्तर: 8,126 मीटर।
  5. प्रश्न: पर्वतों का आर्थिक महत्व क्या है?
    उत्तर: ये पर्यटन और खनन के लिए महत्वपूर्ण हैं।

कक्षा-10 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई क्यों बदलती है?
    उत्तर: टेक्टोनिक प्लेटों की गति के कारण।
  2. प्रश्न: के2 की चढ़ाई में कितने लोग सफल हुए हैं?
    उत्तर: लगभग 400 लोग।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा की चढ़ाई कितनी मुश्किल है?
    उत्तर: यह दुनिया की सबसे कठिन चढ़ाई में से एक है।
  4. प्रश्न: धौलागिरी की चढ़ाई कितनी मुश्किल है?
    उत्तर: यह बेहद खतरनाक और चुनौतीपूर्ण है।
  5. प्रश्न: पर्वतों का वैज्ञानिक महत्व क्या है?
    उत्तर: ये पृथ्वी की संरचना और जलवायु को समझने में मदद करते हैं।

कक्षा-11 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई कैसे बढ़ती है?
    उत्तर: टेक्टोनिक प्लेटों की गति के कारण।
  2. प्रश्न: के2 की चढ़ाई में कितने लोग मारे गए हैं?
    उत्तर: लगभग 80 लोग।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा की चढ़ाई कितनी मुश्किल है?
    उत्तर: यह दुनिया की सबसे कठिन चढ़ाई में से एक है।
  4. प्रश्न: धौलागिरी की चढ़ाई कितनी मुश्किल है?
    उत्तर: यह बेहद खतरनाक और चुनौतीपूर्ण है।
  5. प्रश्न: पर्वतों का वैज्ञानिक महत्व क्या है?
    उत्तर: ये पृथ्वी की संरचना और जलवायु को समझने में मदद करते हैं।

कक्षा-12 के लिए प्रश्न-उत्तर

  1. प्रश्न: माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई कैसे मापी जाती है?
    उत्तर: GPS और सर्वेक्षण के माध्यम से।
  2. प्रश्न: के2 की चढ़ाई क्यों मुश्किल है?
    उत्तर: क्योंकि यहाँ तेज हवाएँ और खराब मौसम होता है।
  3. प्रश्न: कंचनजंगा की चोटियाँ क्या दर्शाती हैं?
    उत्तर: ये पाँच बर्फीले खजाने दर्शाती हैं।
  4. प्रश्न: नंगा परबत की ऊँचाई कितनी है?
    उत्तर: 8,126 मीटर।
  5. प्रश्न: पर्वतों का आर्थिक महत्व क्या है?
    उत्तर: ये पर्यटन और खनन के लिए महत्वपूर्ण हैं।

By Aditi

नमस्ते! मेरा नाम Aditi है। मैंने अपनी स्नातक शिक्षा पूरी करने के साथ ही शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी किया है। मैं शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी हुई हूं और अध्यापन के प्रति गहरी रुचि रखती हूं। वर्तमान में, मैं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हूं।मेरा मानना है कि बच्चे देश का भविष्य हैं, और उनकी शिक्षा व विकास के लिए काम करना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। मुझे लेखन कार्य बहुत पसंद है, और मैं अपनी रचनात्मकता के माध्यम से समाज को जागरूक और प्रेरित करने का प्रयास करती हूं। समाज हित में योगदान देने और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए मैंने Basic Shiksha Portal से जुड़ने का निर्णय लिया है। मेरा उद्देश्य शिक्षा और लेखन के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *