Parishadiya Vidyalaya Exam | Basic School Exam | Manya prapt school exam | Basic Satra pariksha | Basic School Satra pariksha
उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में द्वितीय सत्रीय परीक्षा 2024-25 (Parishadiya Vidyalaya Exam )की पूरी जानकारी। परीक्षा तिथियां, पाठ्यक्रम, मूल्यांकन प्रक्रिया और अन्य निर्देश जानें।
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2024-25 के अंतर्गत द्वितीय सत्रीय परीक्षा का आयोजन 25 जनवरी 2025 से 30 जनवरी 2025 तक किया जाएगा। इस परीक्षा का उद्देश्य छात्रों के अधिगम स्तर का मूल्यांकन करना और यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों ने दिसंबर 2024 तक का पाठ्यक्रम भलीभांति समझ लिया है।
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
पाठ्यक्रम के अनुसार प्रश्नपत्र तैयार होंगे
द्वितीय सत्रीय परीक्षा के प्रश्नपत्र दिसंबर 2024 तक के मासिक पाठ्यक्रम के विभाजन पर आधारित होंगे। प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक के निर्देशन में यह प्रश्नपत्र विद्यालय स्तर पर तैयार किए जाएंगे।
मूल्यांकन प्रक्रिया
परीक्षा समाप्त होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन संबंधित कक्षा के अध्यापक या विषय अध्यापक द्वारा किया जाएगा। मूल्यांकन और परीक्षा से संबंधित सभी दस्तावेज, जैसे प्रश्नपत्र, उत्तर पुस्तिकाएँ, प्राप्ति और वितरण रजिस्टर, विद्यालय स्तर पर सुरक्षित रखे जाएंगे।
अभिभावकों की सहभागिता
परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद अभिभावकों को विद्यालय में आमंत्रित किया जाएगा। अभिभावकों के साथ बच्चों की प्रगति साझा की जाएगी और मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाएँ भी दिखायी जाएंगी। इससे अभिभावक अपने बच्चों के प्रदर्शन को बेहतर समझ पाएंगे।
कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान
जो छात्र-छात्राएँ अपेक्षित अधिगम स्तर प्राप्त नहीं कर पाएंगे, उनकी मदद के लिए विशेष योजनाएँ तैयार की जाएंगी। अध्यापक इन छात्रों के लिए पुनरावृत्ति और अतिरिक्त तैयारी का प्रबंध करेंगे। इससे छात्रों को अपनी पढ़ाई में सुधार करने का अवसर मिलेगा।
परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी
द्वितीय सत्रीय परीक्षा के सुचारू संचालन का दायित्व प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक और खंड शिक्षा अधिकारी का होगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि परीक्षा सही समय पर और निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार संपन्न हो।
अभिलेख सुरक्षित रखने के निर्देश
परीक्षा और मूल्यांकन से संबंधित सभी दस्तावेज विद्यालय स्तर पर संरक्षित किए जाएंगे। इनमें प्रश्नपत्र, उत्तर पुस्तिकाएँ, रजिस्टर और अन्य आवश्यक रिकॉर्ड शामिल हैं। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी दस्तावेज नियमानुसार सुरक्षित रहें।
परीक्षा का उद्देश्य
इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों के अधिगम स्तर का आकलन करना है, ताकि उनकी प्रगति का सही आंकलन किया जा सके। इससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने में भी मदद मिलेगी।
संबंधित अधिकारियों को निर्देश
शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे इस परीक्षा के आयोजन और अनुश्रवण को सुनिश्चित करें। मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशकों को भी आवश्यक सहयोग प्रदान करने के लिए कहा गया है।
परिणाम से जुड़ी खास बातें
परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद छात्रों के अधिगम स्तर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कमजोर छात्रों की पहचान कर उनके लिए विशेष अध्ययन सत्र आयोजित किए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक छात्र अपने स्तर में सुधार कर सके।
सारांश
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के इस निर्णय का उद्देश्य न केवल छात्रों के प्रदर्शन का आंकलन करना है, बल्कि शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाना भी है। अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी और शिक्षकों का सहयोग इस प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाएगा।


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